BHU: संस्कृत विद्याधर्म विज्ञान के बाद फिरोज का आयुर्वेद और कला संकाय में भी चयन
बीएचयू में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के बाद अब आयुर्वेद और कला संकाय के लिए भी डाक्टर फिरोज का चयन हो गया है। बीएचयू की कार्यकारिणी ने नियुक्ति विवाद के बीच अब डॉ. फिरोज पर यह फैसला छोड़ दिया है कि वह परिसर में कहां पढ़ाना चाहते हैं।
नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में शनिवार को हुई कार्यकारिणी की बैठक में नियुक्तियों से सम्बन्धित लिफाफे खोले गये। डॉ. फिरोज ने आयुर्वेद और कला संकाय के संस्कृत विभाग के लिए भी साक्षात्कार दिया था। इन दोनों स्थानों पर उनकी नियुक्ति के फैसले पर मुहर लग गयी। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में वह पहले ही नियुक्त किये जा चुके हैं, जिसके खिलाफ संकाय के छात्र पिछले एक महीने से आंदोलन कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक कार्यकारिणी में विश्वविद्यालय की मौजूदा परिस्थिति पर गहन विचार विमर्श हुआ। काफी देर तक चर्चा के बाद यह तय हुआ कि कार्यकारिणी इस मामले में कोई फैसला नहीं सुनाएगी। यह पूरी तरह डॉ. फिरोज पर छोड़ दिया जाय कि वह कहां पढ़ाना पसंद करेंगे। वैसे यह भी कहा जा रहा है कि डॉ. फिरोज की इच्छा संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में ही पढ़ाने की है। हालांकि मौजूदा माहौल और कला संकाय के संस्कृत विभाग में चयन को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि वह कला संकाय में ही पढ़ाना चाहेंगे।
कुलपति प्रो. राकेश भटनागर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में कार्यकारिणी परिषद के डॉ. एके त्रिपाठी, प्रो. हरीशचन्द्र नैनवाल, डॉ. एके सिंह, प्रो. आद्या प्रसाद पाण्डेय, प्रो. असीम कुमार मुखर्जी, प्रो. राम नरेश मिश्रा, प्रो. बच्चा सिंह, प्रो. आनन्द मोहन शामिल हुए। बैठक का समन्वय कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी ने किया। वित्ताधिकारी अभय कुमार ठाकुर भी मौजूद थे।