किसानों और छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ BHU गेट पर प्रदर्शन

किसानों और छात्रों पर लाठीचार्ज के खिलाफ BHU गेट पर प्रदर्शन


नई दिल्ली में जेएनयू छात्रों और उन्नाव में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्यों ने सोमवार को बीएचयू के मुख्यद्वार पर प्रदर्शन किया। प्रतिरोध मार्च भी निकाला गया। इस मौके पर हुई प्रतिरोध सभा में वक्ताओं ने कहा कि जेएनयू में छात्रों के प्रदर्शन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। निजीकरण के खिलाफ छात्रों की जो लड़ाई चल रही है, वह किसानों की ही लड़ाई का विस्तार है।


प्रदर्शन में शामिल जागृति राही ने कहा कि उन्नाव में किसान अपनी जमीन के लिए मुआवजा मांग रहे थे। उन्हें लाठियों से मारा गया। किसानों पर मंदसौर से लेकर उम्भा सोनभद्र तक गोलियां चल रही हैं। धैर्य टूटने पर लोग सड़क पर उतर रहे हैं। कहा गया कि छात्रों और किसानों की लड़ाई एक है। छात्रों की निजीकरण और बाजारीकरण के खिलाफ जो लड़ाई चल रही है। वो असल में किसानों की ही लड़ाई का विस्तार है। बीएचयू गेट पर बनारस शहर के नागरिक भी एकत्र हुए। सभा में कहा कि उन्नाव में किसान अपनी जमीन के लिए मुवावजा मांग रहे थे। अन्नदाता को अपनी मांग रखने के लिए लाठियों से बर्बर तरीके से मारा गया।


किसानों पर मंदसौर से लेकर उम्भा, सोनभद्र तक गोलियां चल रही हैं। उनकी फसल का दाम नही मिल रहा है। कर्ज में डूबकर वो हर हफ़्ते सुसाइड करने को मजबूर हो रहा है। अब धैर्य जवाब दे रहा है। लोग सड़क पर उतर रहे हैं। कैम्पस में छात्र आंदोलनरत हैं। सरकारी संस्थानों में कर्मचारी हड़ताल पर हैं। खेतो में किसान आंदोलन कर रहे हैं। स्वामीनाथन कमेटी की संस्तुतियां फाइलों में पड़ी पड़ी धूल खा रही हैं। हरित क्रांति के तमगे अब कौड़ी के भाव बेचने का समय आ गया है।


छात्र पढ़ नही पा रहा है। नौजवान कैम्पस से बाहर बेरोजगारी की मार से बिलबिला रहा है। किसान अपने अनाज और खेत सहित बुरे हाल में है और आत्महत्या करने को मजबूर है। बीजेपी की सरकार रोज कोई न कोई सरकारी संस्थान बेच रही है। बीएसएनएल, डीएलडब्ल्यू, भेल , एयर इंडिया, बिजली विभाग और तमाम संस्थानों को बर्बाद करने पर आमादा है। प्रतिरोध सभा के बाद एक मार्च निकला और जेएनयू के साथ एकजुटता जताते हुए छात्र किसान एकता जिंदाबाद के नारे लगाए गए। 


प्रतिरोध सभा के बाद एक मार्च निकाला गया। मार्च में विकास सिंह, संजीव सिंह, जागृति राही, रामायण पटेल, प्रवीण यदुवंशी, डॉ अनूप श्रमिक, रवीन्द्र भारती, सानिया अनवर, नीतीश, शशांक, आदर्श, रोशन, अनिकदेव, रितेश, श्रेया , शरदेन्दु, राज अभिषेक, रोहन, विवेक, प्रतीक, प्रियेश, विष्णु, विजेंद्र खामोश, प्रेम सोनकर, विवेक और धनन्जय आदि मौजूद रहे।